Tuesday, December 3, 2024
कोरबा न्यूज़

मुख्यमंत्री बिष्णुदेव साय के जन्मदिवस के अवसर पर आज जिले में न्योता भोज का किया गया शुरुआत

  • जिले के सभी आश्रम छात्रावासों, आवासीय विद्यालयों में न्योता भोज का किया गया आयोजन
  • बच्चों ने खीर पूड़ी मिठाई सहित स्वादिष्ट पकवानों का लिया लुत्फ
  • बालक छात्रावास कोथारी में बच्चों ने केक काटकर उत्साह से मुख्यमंत्री का मनाया जन्मदिन
कोरबा (कोरबा वाणी) – प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के जन्मदिवस के अवसर पर आज जिले में न्योता भोज का शुरुआत किया गया। इसी के तहत आदिम जाति विकास विभाग द्वारा संचालित सभी आश्रम छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों में न्योता भोज का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री के जन्मदिन मनाने जिले के जनप्रतिनिधि सहित अधिकारी-कर्मचारी छात्रावास आश्रम में बच्चों के बीच पहुंचकर न्योता भोज में उनके साथ बैठकर भोजन का आनंद लिया। सभी संस्थानो में बच्चों के लिए चावल, दाल, हरी सब्जी आचार, पापड़, सलाद के साथ ही खीर, पूड़ी, हलवा, मिठाई जैसे अनेक स्वादिष्ट पकवान तैयार किया गया, जिसका लुत्फ सभी बच्चों ने उठाया। विकासखण्ड करतला के कोथारी के बालक छात्रावास में बच्चों द्वारा केक काटकर मुख्यमंत्री का जन्मदिन उत्साह पूर्वक मनाया गया। सभी बच्चों ने मुख्यमंत्री बिष्णुदेव साय को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना की। छात्रावास में बच्चों के लिए विशेष भोजन के रूप में खीर पूड़ी बनाया गया। छात्रावास के अधीक्षक ने भी बच्चों के साथ भोजन कर लजीज व्यंजनो का लुत्फ लिया। इसी प्रकार कन्या आश्रम मदवानी, बालक आश्रम बरपाली, कन्या आश्रम श्यांग, बालक आश्रम कोरकोमा, आश्रम श्यांग सहित अन्य आश्रम छात्रावासों में भी न्योता भोज का आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि न्योता भोज सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह एक ऐसा अवसर है जहां बच्चों के साथ अपनी खुशियां मनाई जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री बिष्णुदेव साय ने बच्चों के साथ खुशियां बांटने के इच्छुक व्यक्तियों हेतु सराहनीय योजना लाई है। न्योता भोज के रूप में बच्चों के साथ शामिल होकर इस दिन को विशेष रूप दे सकते है। विभिन्न त्यौहारों, अवसरों वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते है। इससे समुदाय में अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि और सभी समुदाय वर्ग के बच्चों के बीच समानता की भावना का विकास होगा।